ESI Scheme 2025: भारत की प्राइवेट सेक्टर इंडस्ट्रीज भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभाती है। प्राइवेट सेक्टर इंडस्ट्री को चलाने के लिए प्राइवेट वर्कर्स या एम्प्लोयी अपनी एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इन वर्कर और एम्प्लाइज को सामाजिक सुरक्षा देने के मामले में ESI ने आज तक एक बड़ी भूमिका निभाई है। ESIC इन वर्कर्स और एम्प्लाइज को कई तरह से लाभ देने का काम करती है। ESI इन वर्कर्स और इनके ऊपर निर्भर परिवार के सदस्यों को भी कई प्रकार के लाभ देती है। इस साल 2025 में ESIC द्वारा इस ESI Scheme में बहुत सारे बदलाव किये जिससे ESI का लाभ प्राइवेट सेक्टर के लाखों वर्कर्स और उनके परिवारों को आसानी से मिल सके। इस पोस्ट में हम डिटेल में जानेंगे कि ESI Scheme 2025 में क्या बदलाव किये गए हैं और इनके वर्कर्स को कौन-कौन से 5 बड़े फायदे मिल रहे हैं।

ESI Scheme 2025: An Introduction
Employees’ State Insurance Scheme को भारत सरकार द्वारा सामाजिक सुरक्षा के लिहाज़ से चलाया जाता है। जैसे हमने अपनी पिछली पोस्ट में भी बताया था की इस स्कीम का मुख्या उद्देश्य प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले वर्कर्स और एम्प्लाइज को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का है। इस स्कीम में इन वर्कर्स और इनके परिवार के सदस्य जो इनके ऊपर निर्भर होते हैं उनको मेडिकल, आर्थिक और सामाजिक मदद दे कर सुरक्षा प्रदान की जाती है। इस साल 2025 में ESI स्कीम को काफी अपडेट किया है जिनको हम अब आगे बताएँगे।
1. ESI Scheme 2025 में Benefit Rates में बढ़ोतरी।
ESI Scheme 2025 में मुख्यतः Permanent Disablement Benefit (PDB) और Dependents’ Benefit (DB) से मिलने वाले पैसों को बढ़ाया गया है। इसका सीधा फायदा उन वर्कर्स और उनके परिवारों मिलेगा जो दुर्घटना से विकलांग हो गए हों या फिर वर्कर की मृत्यु के कारण आर्थिक दिक्कतों का सामना कर रहे हों। इन benefits rates में बढ़ोतरी से अब PDB और DB दोनों ही लाभ, वर्कर की मजदूरी के 90% के आधार पर मंथली दिए जाते हैं।
फायदे:
इस बढ़ोतरी से परमानेंट विकलांग हुए वर्कर्स और उन वर्कर्स के परिवार के सदस्यों को फायदा मिलेगा जिनकी मृत्यु हो गयी हो। इन वर्कर्स को पहले कम आर्थिक मदद मिलती थी लेकिन अब इस बढ़ोतरी से इसमें वर्कर्स की मंथली सैलरी का 90% तक देने को मजूरी दे दी गयी हैं। अगर किसी वर्कर की सैलरी दुर्घटना से पहले 15000 रूपए थी और दुर्घटना होने के कारण परमानेंट विकलांग होने की स्थिति में उस वर्कर को 15000 रूपए का 90% यानिकि 13500 रूपए कि मदद हर महीने मिलेगी और मृत्यु की स्थिति में भी परिवार को सैलरी का 90% पैसा पेंशन के रूप में दिया जायेगा।
2. रिटायर्ड वर्कर्स के लिए ESI कि नई योजना।
इस योजना से पहले रिटायर हो चुके वर्कर्स को ESI से बहुत कम सुविधाएँ मिलती थीं। इस साल 2025 में ये नई योजना शुरू की गई है, जिससे रिटायर हो चुके वर्कर्स को भी ESI से मेडिकल फैसिलिटीज और स्पेशल ट्रीटमेंट मिल सकेगा। अब ऐसे वर्कर्स जो सर्विसेज में नहीं है और रिटायर हो चुके हैं वो भी ESI अस्पतालों में अपना इलाज करवा सकते हैं।

फायदे:
इस योजना से अपनी नौकरी से रिटायर हो चुके वर्कर्स जिनका उनकी नौकरी के दौरान ESI कंट्रीब्यूशन जमा होता था वो भी अपना इलाज ESI के हॉस्पिटल से करवा सकते हैं। इस योजना से पहले ये फैसिलिटीज सिमित होती थी।
3. डिजिटल और ऑनलाइन फैसिलिटीज।
आज के टाइम जैसे हर सुविधा डिजिटल हो रही है वैसे ही इस साल 2025 में ESI Scheme को भी डिजिटल बनाने के लिए बड़े कदम उठाये गए हैं। ESI स्कीम के डिजिटल होने से ESI के लाखों कर्मचारियों को लगभग सारी सर्विसेज ऑनलाइन उपलब्ध होंगी। अब वर्कर्स अपने ESI रिकॉर्ड में कोई भी चेंज ऑनलाइन करवा सकते हैं और इसके साथ किसी भी तरह के क्लेम के लिए भी ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। इससे किसी भी तरह का काम करवाने के लिए टाइम कि बहुत बचत होगी। इसमें मोबाइल ऐप्प्स भी बनायीं गयी हैं।
फायदे:
ESI के डिजिटलाइजेशन से वर्कर्स को अपने काम करवाने के लिए लंबी लाइनें में लगने कि जरुरत नहीं है। अब वर्कर्स अपने आप घर से अपना काम ऑनलाइन अप्लाई कर सकते और उनको ऑफिस के चक्कर लगाने कि भी जरुरत नहीं है। इससे डिपार्टमेंट को भी फायदा होगा क्यूंकि डिजिटलाइजेशन से स्टाफ का वर्कलोड भी कम होगा।
4. Contribution Rates में कमी।
ESI Scheme के लिए कंट्रीब्यूशन रेट्स में भी कमी कि गयी है, जिससे वर्कर्स को अपनी सैलरी से कम पैसे कटवा कर ESI के फायदे मिल सकते हैं। इस टाइम वर्कर कि सैलरी का 0.75% पैसा काट कर ESI में जमा किया जाता है, पहले ये 1.75% था। एम्प्लायर कि साइड से इस टाइम 3.25% का कंट्रीब्यूशन जाता है, हो पहले 4.75% था।

फायदे:
कंट्रीब्यूशन का रेट कम होने से वर्कर्स कि सैलरी का कम पैसा काटा जायेगा जिससे वर्कर के पैसों कि बचत होगी। एम्प्लायर कि कंट्रीब्यूशन कम होने से एम्प्लायर के भी पैसे बचेंगे। सैलरी से कम पैसे कटवाने पर भी वर्कर्स ESI कि सामाजिक सुरक्षा का लाभ ले सकते हैं।
निष्कर्ष
आज कि हमारी इस पोस्ट ESI Scheme 2025 के ये 5 बड़े बदलाव में हमने इस साल ESI Scheme में किये गए 5 बड़े बदलावों के बारे में जाना। ESIC ने अपनी सर्विसेज को अच्छा करने के लिए कई बहुत अच्छी शुरुआत कि हैं जिससे ESI के लाखों कर्मचारिओं को फायदा मिलेगा। इन योजनाओ से सरकार को भी सामाजिक सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिलेगी। ज्यादातर सेवाओं के डिजिटलाइजेशन से वर्कर्स और ESIC दोनों को काफी फायदा होगा। प्राइवेट सेक्टर में काम करने वाले हर कर्मचारी अगर वो ESI में कंट्रीब्यूशन करने के लिए पात्र हो तो उसको जरूर कंट्रीब्यूशन करके इससे मिलने वाले लाभों का फायदा उठाना चाहिए।
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ESIC के Important Links:
- ESIC का ऑफिसियल पोर्टल: https://www.esic.gov.in/
- एम्प्लोयी के लिए लॉगिन पोर्टल: https://www.esic.gov.in/insured-person-employer-login
- ESIC एम्प्लायर लॉगिन पोर्टल: https://portal.esic.gov.in/EmployerPortal/ESICInsurancePortal/Portal_Loginnew.aspx
- बीमारी के हितकारी लाभों के लिए ये वीडियो देखें:
धन्यवाद,
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